भारतीय कृषि शिक्षा अनुसंधान धरोहर संग्रहालय
भारतीय कृषि शिक्षा अनुसंधान धरोहर संग्रहालय
भारतीय कृषि शोध एवं शिक्षा की जन्मस्थली पूसा में सन् 1905 में कृषि अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी गई थी जिसका अवशेष अभी भी डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय अन्तर्गत ईख अनुसंधान संस्थान की परिसर में स्थित कृषि शिक्षा अनुसंधान धरोहर संग्रहालय में देखा जा सकता है। इस संग्रहालय का उद्घाटन डॉ. त्रिलोचन महापात्र पूर्व सचिव कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग एवं पूर्व महानिदेशक भा.कृ.अनु.प. नई दिल्ली द्वारा 3 दिसम्बर 2020 को किया गया। इस संग्रहालय में वर्ष 1784 से अभी तक का पूसा कृषि का इतिहास समाहित किया गया है। इस संग्रहालय में पूसा के इतिहास, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान से संबंधित चरणवद्ध विकास को दर्शाया गया है। इम्पीरियल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च ¼फिप्स लेवोरेटरी½ का अवशेष स्थल पर इस संग्रहालय का निमार्ण किया गया है। 1934 में प्रकृति की महाविनाशकारी भुकंप से संस्थान को भारी क्षति उठानी परी। इसके पश्चात इस संस्थान का स्थानान्तरण दिल्ली वर्ष 1936 में स्थानान्तरित कर दिया गया
भारतीय कृषि शिक्षा अनुसंधान धरोहर संग्रहालय
कृषि अनुसंधान संस्थान की आधारशिला में उपयोग किया गया ईंट का अवशेष
इम्पीरियल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च
वर्ष 1934 में आई.ए.आर.आई., पूसा का मुख्य भवन (फिप्स लेबोरेटरी) भूकम्प से क्षतिग्रस्त।
फिप्स लेबोरेटरी के आलीशान मकान में भूकंप द्वारा गहरे दरार का अवशेष
शक्ति चालित पानी पंप का अवशेष